कारक किसे कहते हैं ?
वे सभी शब्द चिह्नों , जिसके द्वारा वाक्य में प्रयुक्त संज्ञाओं अथवा सर्वनामों का संबंध क्रिया शब्दों के साथ दर्शाया जाता है , उसे कारक कहते हैं
कारक के कितने भेद होते हैं ?
कारक के आठ भेद होते हैं।
1 - कर्ता कारक
2 - कर्म कारक
3 - करण कारक
4 - संप्रदान कारक
5 - अपादान कारक
6 - संबंध कारक
7 - अधिकरण कारक
8- संबोधन कारक
1 - कर्ता कारक किसे कहते हैं ?
उत्तर - संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से क्रिया के करने वाले का बोध होता है , उसे कर्ता कारक कहते हैं।
जैसे - श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश दिया।
इस वाक्य में श्रीकृष्ण कर्ता कारक है।
कर्ता कारक की विभक्ति 'ने ' है। ' ने ' विभक्ति का प्रयोग प्रायः सकर्मक क्रियाओं के साथ भूतकाल में किया जाता है।
वर्तमान और भविष्यत काल की सकर्मक क्रियाओं के कर्ता के साथ 'ने ' का प्रयोग नहीं होता है।
जैसे - मयंक प्रभात को उपहार दे रहा है।
गीता कबिता को किताब देगी।
अकर्मक क्रियाओं के कर्ता के साथ 'ने ' का प्रयोग नहीं होता है।
जैसे - मदन गया।
2 - कर्म कारक किसे कहते हैं ?
उत्तर - संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप पर क्रिया का प्रभाव पड़े , उसे कर्म कारक कहते हैं।
जैसे - 1 - भारत ने पाकिस्तान को हराया।
यहाँ 'पाकिस्तान को' कर्म कारक है।
2 - पुलिस ने जेबकतरा को पकड़ा।
यहाँ 'जेबकतरा को' कर्म कारक है।
कर्म कारक की विभक्ति 'को ' है।
3 - करण कारक किसे कहते हैं ?
उत्तर - संज्ञा या सर्वनाम का वह रूप , जिसकी सहायता से कार्य किया जाता है , करण कारक कहलाता है।
जैसे - मदन ने कलम से लिखा।
यहाँ 'कलम से' करण कारक है।
करण कारक की विभक्ति 'से ' है।
4 संप्रदान कारक किसे कहते हैं ?
उत्तर - जिस संज्ञा या सर्वनाम के लिए कुछ किया जाए या कुछ दिया जाये , उसे संप्रदान कारक कहते हैं।
जैसे - दादी माँ ने कबिता के लिए खिलौने लाई।
इस वाक्य में कबिता के लिए संप्रदान कारक है।
संप्रदान कारक की विभक्ति चिह्न 'को ' तथा 'के लिए ' है।
5 अपादान कारक किसे कहते हैं ?
उत्तर - संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से एक वस्तु का दूसरे वस्तु से अलग होने का बोध हो उसे अपादान कारक कहते हैं।
जैसे - कर्ण के रथ से पहिया निकल गया।
इस वाक्य में ' रथ से ' अपादान कारक है।
अपादान कारक का विभक्ति चिह्न ' से 'है।
6 संबंध कारक किसे कहते हैं ?
उत्तर - संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से उसका संबंध वाक्य के दूसरे संज्ञा या सर्वनाम शब्दों से प्रकट होता है , उसे संबंध कारक कहते हैं।
जैसे - गांडीव अर्जुन का धनुष था।
इस वाक्य में ' अर्जुन का ' संबंध कारक है।
राम राजा दशरथ के पुत्र थे।
इस वाक्य में ' राजा दशरथ के ' संबंध कारक है।
यह मोहन की कार है।
इस वाक्य में ' मोहन की ' संबंध कारक है।
संबंध कारक की विभक्ति चिह्न का , के , की , रा , रे , री होता है।
7 अधिकरण कारक किसे कहते हैं ?
उत्तर - संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप द्वारा क्रिया के आधार का बोध होता है , उसे अधिकरण कारक कहते हैं।
जैसे - छत पर कपड़े हैं।
इस वाक्य में 'छत पर 'अधिकरण कारक है।
तालाब में मछलियाँ हैं।
इस वाक्य में 'तालाब में 'अधिकरण कारक है।
अधिकरण कारक की विभक्ति चिह्न में , पर होता है।
8 संबोधन कारक किसे कहते हैं ?
उत्तर - संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से किसी को संबोधित किया जाए या पुकारा जाए , उसे संबोधन कारक कहते हैं।
जैसे - अरे !तुम कब आए ?
इस वाक्य में ' अरे ' संबोधन कारक है।
हे प्रभु ! आप ही हमारे रक्षक हैं।
इस वाक्य में ' हे प्रभु ' संबोधन कारक है।
संबोधन कारक का विभक्ति चिह्न ' हे ! , अरे ! ' है।
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